लेखनी प्रतियोगिता -10-Nov-2021आइना
आइना-------
प्रेम गीत-----
खिड़की से देखा तुझको
कोई हूर लगी मुझको ।।
आइना ए दिल खोलकर
मीठे सपनों में डोलकर।।
तेरे-मेरे दरम्यांन इत्मीनान बढ़ा ।।
यूं रफ्तां-रफ्तां प्यार परवान चढ़ा।।
लड़का----तेरी अदा सबसे जुदा, दिवाना बनाए मुझे
छाया नशा दिल पै सदा, ढूंढता फिरू में तुझे
तेरा अंदाज़ निराला है
लगे तू कमसिन वाला है
खुदा भी तुझ पर हुआ मेहरबान बड़ा।।
यूं रफ्तां-रफ्तां-------------------------------।।।१
लड़की---भोले पिया तुझे दिल दिया,तुझपै करु जां निसार।।
जल्दी से आ दिल में समा,तेरा करूं मैं इंतजार।।
तेरे बिना जीना मुश्किल
मेरे उठी दिल में हलचल
कहीं अपनी खुशियों में न हो तूफान खड़ा।।
यूं रफ्तां- रफ्तां-------------------------------।।। २
**रामसेवक गुप्ता**
लेखनी काव्य प्रतियोगिता हेतु----१०-११-२०२१
Ritambhara Singh
14-Jan-2022 01:32 AM
बहुत सुन्दर शब्द 😊🙏
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Renu Singh"Radhe "
11-Nov-2021 08:50 AM
बहुत सुंदर गीत
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Ramsewak gupta
12-Nov-2021 02:49 PM
Very thankful
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Niraj Pandey
11-Nov-2021 08:22 AM
बहुत ही बेहतरीन👌👌
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Ramsewak gupta
12-Nov-2021 02:50 PM
Very thankful
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